Wednesday, April 15, 2015

Kamsutra , Marriage & Sexual Organ Type Male Female विवाह और योनि भेद

 विवाह और योनि भेद 
Kamsutra , Marriage & Sexual Organ Type Male Female



वात्स्यायन ने लिंग के आकार के आधार पर पुरुष को तीन वर्ग में बांटा है
1. शश (खरगोश के समान छोटे व पतले लिंग वाला)
2. वृष (बैल के समान लंबाई व मोटाई में मंझोले लिंग वाला)
3. अश्व (घोड़े के समान लंबे और मोटे लिंग वाला)

योनी के आकार व गहराई के- आधार पर स्त्रियों को भी तीन श्रेणियों में रखा गया है
1. मृगी (हिरनी के समान उथली योनि वाली)
2. बड़वा (घोड़ी के समान मझोली गहराई की योनि वाली)
3. हस्तिनी (हथिनी के समान गहरी योनि वाली)

समान व लिंग वाले स्त्री-पुरुष के बीच संभोग को समान मैथुन मान गया है। समान मैथुन को सर्वोत्तम माना गया है।

इसके तीन प्रकार हैं
1 शश पुरुष का मृगी नारी के साथ
2 वृष पुरुष का बड़वा नारी के साथ
3 अश्व पुरुष का हस्तिनी नारी के साथ

योनि व लिंग की असमानता वाले स्त्री-पुरुष के संभोग को विषम संभोग माना गया है।

इसके छह प्रकार हैं
1 शश पुरुष का बड़वा नारी से
2 शश पुरुष का हस्तिनी नारी से
3 वृष पुरुष का मृगी नारी से
4 वृष पुरुष का हस्तिनी नारी से
5 अश्व पुरुष का मृगी नारी से
6 अश्व पुरुष का बड़वा नारी से




वात्स्यायन के मुताबिक विषम में भी संभोग का आनन्द मिल सकता है, लेकिन...
1. अश्व पुरुष का बड़वा नारी से एवं वृष पुरुष का मृगी नारी से संभोग हो
2. अश्व पुरुष का मृगी नारी से संभोग कष्टकर हो जाता है।
3 .शश पुरुष का हस्तिनी नारी से संभोग सबसे निम्न दशा है।
4 .शश पुरुष का बड़वा नारी से, वृष पुरुष का मृगी नारी से एवं वृष पुरुष का हस्तिनी नारी से संभोग की दशा मध्यम दशा है
5 . विषम संभोग में भी नारी योनि की गहराई की अपेक्षा पुरुष  लिंग की लंबाई वाला संभोग उस संभोग से श्रेष्ठ है, जिसमें नारी योनि पुरुष के लिंग से बड़ी होती है








और क्या आप सचः क्या हम किसी पुरुष की नाक देखकर उसके लिंग की लम्बाई का पता लगा सकते हैं ? क्या सभी पुरुषों के लिंग एक ही तरह से तना हुआ होता है ? और वीर्यपात क्या होता है ? जानिए इस सभी सवालों के जवाब हमारे 'पांच बड़े तथ्य' श्रंखला में।


  'मेघदूत' में कालिदास कहते हैं कि कार्मात व्यक्ति कार्य अकार्य, उड़चेतम में कोई भेद नहीं कर पाता। वह तो केवल कातरभाव से अपने मन की बात उनसे करने लगता है, इसीलिए बादलों के माध्यम से अपनी प्रियतमा के लिए कामतप्त यज्ञ अपना संदेश देने लगता है     
छाया रहा, इसका कारण यह रहा कि अबोध बालकों के मन-मस्तिष्क में यौन ज्ञान भरने का प्रयास किया गया। जबकि उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम में उनके लिए कामपरक बिंदुओं का ज्ञान प्राचीन भारतीय परिप्रेक्ष्य में अधिक लाभदायक हो सकता है। साहित्य के विद्यार्थी रस-अलंकारों के माध्यम से नायक-नायिका के रति रहस्यों का अध्ययन करते हैं। कालिदास, माघ, भारती, कविराज जगन्नाथ, मम्मटाचार्य, जायसी, देव, घनानंद, बिहारी इत्यादि कवियों की कृतियों से काम शिक्षा की गहराइयों से वे परिचित होते हैं।


'कामस्रदग्रेसमवर्तत'
इस प्रकार प्राचीनकाल से ही भारत वर्ष में 'काम' की व्यापकता पर गंभीरतापूर्वक चिंतन होता आ रहा है, इस पर सामान्य जन नहीं, बल्कि मंत्रदृष्टा ऋषियों तथा तत्व या ज्ञानियों ने मंथनपूर्वक अपना पक्ष रखा है, इसकी व्यापकता, आवश्यकता तथा मर्यादा सभी पक्षों को बहुत सुंदर रीति से समाज के समक्ष रखा गया है।

नाट्य शास्त्र के प्रणेता भरत मुनि कहते हैं- संसार में जो कुछ भी शुभ, पवित्र और उज्ज्वल दर्शनीय है वह श्रृंगार रस से प्रेरित है अर्थात काम की कमनीयता है। काम एक व्यापक अर्थ को लिए हुए है। यह शक्ति का स्रोत है तथा काम भाव या कामुकता यौन चेतना के सीमित अर्थ तक सीमित है। युवा अवस्था में प्रवेश करते ही युवक और युवतियाँ परस्पर, प्रीति की रीति की ओर बढ़ते है, इससे पहले जब वे किसी राजकुमार और राजकुमारी की कहानियों को पढ़ते हैं तो उनकी प्रेम कहानी को स्वयं पर गढ़ने लगते हैं। लेकिन अब उनकी वेशभूषा, रूप श्रृंगार, मुकुट आदि से दृष्टि हटाकर स्वयं अपने गठे हुए शरीर, उभरे हुए वक्षस्थल, लचीली कमर एवं उन्मत्त नितम्ब प्रदेशों को देखकर अद्भुत यौन चेतना का संचार होने लगता है।

महाकवि कालिदास ऋतुसंहार में उल्लेख करते हैं कि कामदेव से अत्यंत व्याकुल नायक-नायिका सर्दियों की लंबी रातों में चिरकाल पर्यन्त रति विलास करने के बाद प्रातःकाल जब देह से थक जाने पर उठते हैं तो धीमी चाल से चलते हैं :

प्रकामकामैर्यु वयुवभिः सनिर्दयं, निशासु दीर्घार्स्वाभिरामिताश्चिरम्‌ ।
भ्रमन्ति मन्दं श्रमरवेदितोरसः क्षपावसाने नवयौवनाः स्त्रिय ॥

'मेघदूत' में कालिदास कहते हैं कि कार्मात व्यक्ति कार्य अकार्य, उड़चेतम में कोई भेद नहीं कर पाता। वह तो केवल कातरभाव से अपने मन की बात उनसे करने लगता है, इसीलिए बादलों के माध्यम से अपनी प्रियतमा के लिए कामतप्त यज्ञ अपना संदेश देने लगता है।

कामशास्त्र के आचार्य महर्षि वात्सायन ने रति संबंधी शिक्षा का अपने ग्रंथ 'कामसूत्र' में दिग्दर्शन किया है। उन्होंने रति से पूर्व जहाँ कामोद्दीपन की समस्त विधाओं, संदेश भेजना, नयन संकेत, मंद मुस्कान, चुम्बन, आलिंगन, रचर्भ आदि का चित्रण किया है, वहीं रति संयोगकाल की विविध विधियों, आसन एवं मुद्राओं का सुंदर उल्लेख किया है। सूरत के बाद प्रायः सुख के बारे में वात्सायन करते हैं- जैसे सुख की अनुभूति पुरुष को प्राप्त होती है, उससे अधिक स्त्री को प्राप्त होती है :

सुरतान्ते सुखं पुंसां स्त्रीणांतु सततं सुखम्‌।
धातुक्षयनिमित्ता च विरामेच्छोपजायते ॥

इतना ही नहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किस-किस योनि के स्त्री-पुरुष परस्पर रमण करने पर कामसुख को प्राप्त करते हैं, इस बारे में वात्सायन 'कामसूत्र' में उल्लेख करते है : यदि नायिका हस्तिनी है तो नायक अश्व योनि का होना चाहिए। इसी प्रकार शशक योनि तथा हरिण योनि के स्त्री-पुरुष को सम रति का सुख मिलेगा।

'काव्य शास्त्र' के विद्वान पण्डितराज जगन्नाथ तथा मम्मटाचार्य आदि ने नायिका भेद में इन
  स्मृति ग्रंथ, धर्मशास्त्र एवं पुराणों में काम तत्व पर विशेष विवेचना की गई है। कौल दर्शन, काम सूत्र आदि में रतिक्रिया के सूक्ष्म भेद एवं गुण-दोषों का समुचित विवेचन किया गया है     
लक्षणों को स्पष्ट किया है। 'ज्योतिष शास्त्र' के ज्ञाताओं ने जातक का जन्मांक पत्रिका निर्माण में लग्न राशि के आधार पर योनियों का निर्धारण किया हुआ है, अतः भारत में समस्त अर्थात स्त्री-पुरुष को काम का सुख समान रूप से प्राप्त हो, इसके लिए काम विज्ञान को प्राचीनकाल में ही खोज लिया था।

आधुनिक युग में भी चिंतकों, कवियों ने चाहे वे संस्कृत साहित्य के अथवा हिंदी आदि के उन्होंने इस विषय में कहीं न कहीं अपना मत व्यक्त किया है। हिंदी के राष्ट्रकवि रामधारीसिंह दिनकर उर्वशी काव्य में लिखते हैं :

वक्षस्थल के कुसुम कुंज, सुरभित विश्राम भवन ये जहाँ मृत्यु के पार्थिक ठहरकर शांति दूर करते हैं।

साहित्य शास्त्र ही नहीं, दर्शन, उपनिषद, तंत्र शास्त्र तथा योग शास्त्र में भी काम की साधना तथा उसके उचित क्रियान्वयन पर बहुत कहा गया है। 'योग शास्त्र' के अनुसार प्रणायाम द्वारा वीर्य की ऊर्ध्व गति करके उसे स्तम्भित करना तथा रतिकाल में स्त्री को पूर्ण काम सुख देने की विधियाँ दी गई हैं। योगीजन तत्व को ऊर्ध्वगामी बनाकर आंतरिक आत्मानंद की स्थिति में पहुँचता है तो सदगृहस्थ योगी तत्व स्तंभन कर स्त्री को कामसुख प्राप्त करने के बाद स्वयं उस तत्व से उत्तम संतति के जन्मदाता बनकर राष्ट्र निर्माता बनते हैं।

स्मृति ग्रंथ, धर्मशास्त्र एवं पुराणों में कामतत्व पर विशेष विवेचना की गई है। कौल दर्शन, कामसूत्र आदि में रतिक्रिया के सूक्ष्म भेद एवं गुण- दोषों का समुचित विवेचन किया गया है।

खजुराहो, कोणार्क एवं प्राचीन मंदिरों की दीवारों में विविध प्रकार की काम क्रीड़ाओं के चित्र अंकित हैं, जिनसे काम की गहनता का भाव ही प्रकट होता है। काम की गहनता पर अभिनव चिंतन प्रकट करते हुए इसके मनोवैज्ञानिक सकारात्मक एवं कलात्मक पक्ष पर विस्तृत विवेचन की वर्तमान समय में नितान्त आवश्यकता है।





Sex makes You Healthy, Better than Gym Exercise जिम नहीं, सेक्स करिए स्वस्थ रहिए !

जिम नहीं, सेक्स करिए स्वस्थ रहिए ! 
Sex makes You Healthy, Better than Gym Exercise



क्या आप फिट रहने के लिए जिम जाते हैं? लेकिन अब आप को फिटनेस के लिए जिम में पसीना बहाने की जरुरत नही है. रोज सेक्स करिए जी सही सुना आप ने, रोज सेक्स करिए और फिट रहिए. ये बात एक रिसर्च में सामने आई है. रिसर्च के मुताबिक, अगर आपको फिट रहना है तो जिम जाने के बजाय बेडरूम में जाए. एक अखबार के मुताबिक, बेडरूम में रोमांस और सेक्स के दौरान जितनी कैलोरी बर्न करेंगे उतनी ही कैलोरी आप तीस मिनट की एक्सरसाइज से घटाते हैं. यानी अब आप अपने फिटनेस के प्लान को दोबारा से शेड्यूल कर सकते हैं.

 

कनाडा की क्यूबेक यूनिवर्सिटी द्वारा कराए इस रिसर्च के मुताबिक, आधे से एक घंटे सेक्स के दौरान पुरुष 120 कैलोरी बर्न करते हैं तो महिलाएं 90 कैलोरी बर्न करती हैं. रिसर्च में ये बात भी सामने आई कि सेक्स के दौरान जो पुरुष अधिक एनर्जी लगाते है वे ट्रेडमिल पर जितनी कैलोरी बर्न करते हैं उतनी ही सेक्स के दौरान भी करते हैं. रिसर्च में पाया गया कि युवा और हेल्दी पुरुष औसतन एक मिनट में 4.2 कैलारी बर्न करते हैं जबकि ट्रेडमिल पर एक मिनट में 9.2 कैलोरी बर्न होती है. वहीं महिलाएं एक मिनट में सेक्स के दौरान 3.1 कैलारी बर्न करती हैं जबकि जॉगिंग के दौरान एक मिनट में 7.1 कैलोरी बर्न होती है.

 



ये रिसर्च 18 से 35 वर्ष के 20 जोड़ों को शामिल किया गया जिन्हें सप्ताह में एक बार सेक्स करने और ट्रेडमिल पर 30 मिनट तक जॉगिंग करने के लिए कहा गया. इन जोड़ों के हाथ पर एक बैंड बांधा गया जो ये रिकॉर्ड करता था कि किसकी कितनी कैलोरी बर्न हुई. ये स्टडी पब्लिक लाइब्रेरी ऑफ साइंस में पब्लिश हुई है. इस स्टडी ने साबित कर दिया कि एक्सरसाइज से ज्यादा सेक्स करना फायदेमंद है.



 



दरअसल, महिलाएं और पुरुष 30 मिनट ट्रेडमिल पर दौड़ने के बजाय सेक्स एक्टिविटी को एंज्वॉय भी करते हैं. ऐसे में कभी सेक्सुअल एक्टिविटी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. वैज्ञानिकों का मानना है इंसान की लाइफ के लिए सेक्सुअल एक्टिविटी बहुत जरूरी है. इससे उनके मानसिक, शारीरिक और सोशल हेल्थ पर प्रभाव पड़ता है.








छोटे कद के लोग होते हैं बिस्‍तर पर चैंपियन SHORT MALE ARE GOOD PERFORMER FOR SEX WITH FEMALE PARTNER

छोटे कद के लोग होते हैं बिस्‍तर पर चैंपियन 
SHORT MALE ARE GOOD PERFORMER FOR SEX WITH FEMALE PARTNER

अगर आपका कद छोटा है तो परेशान होने की जरूरत बिल्‍कुल नहीं है. क्‍योंकि जब बात बिस्‍तर पर परफॉर्मेंस की आती है तो छोटे कद के लोग उसमें बाजी मार ले जाते हैं. एक ताजा रिसर्च में ये बात सामने आयी है. रिसर्च के अनुसार अगर किसी व्‍यक्ति का कद 5.9 फिट या उससे कम होता है तो वो सेक्‍स को ज्‍यादा और बेहतर एंजॉय करता है.

इस रिसर्च में पुरुषों की सेक्‍सुअल एक्टिविटी के स्‍तर को उनके खास लक्षणों जैसे उम्र, कद, वजन और स्‍वास्‍थ्‍य को ध्‍यान में रखकर जांचा गया तो पाया गया कि अपेक्षाकृत जवान और फिट पुरुष सेक्‍स संबंधों को ज्‍यादा एंजॉय करते हैं.



रिसर्च में एक बात निकलकर आयी, जिससे अनुसंधानकर्ता भी हैरान रह गए. रिसर्च में पाया गया कि जिन पुरुषों का कद 5.9 फिट से कम होता है उनमें सेक्‍स फ्रीक्‍वेंसी लंबे कद वाले पुरुषों के मुकाबले ज्‍यादा होती है. इस रिसर्च के लिए 20 से 54 साल की उम्र के 531 लोगों को लिया गया था.


मोटापा और अन्‍य मेटाबोलिक बीमारियां उम्र बढ़ने के साथ सेक्‍स संबंधों को बिगाड़ने में अहम भूमिका निभाती हैं. हालांकि रिसर्च में ये बात भी सामने आयी है कि 45 साल से कम उम्र के लोगों में इस तरह के लक्षण नहीं पाए जाते हैं.

शोधकर्ताओं ने डिस्‍कवर मैगजीन में छपे अपने रिसर्च पेपर में निष्‍कर्ष निकाला है कि लोगों को अपनी क्‍वालिटी ऑफ लाइफ और सेक्‍सुअल हेल्‍थ को दुरुस्‍त रखने के लिए मोटापे को रोकने की तरफ ध्‍यान देना चाहिए






50 मिनट में बस एक बार COUPLE HAVING SEX !

50 मिनट में बस एक बार  COUPLE HAVING SEX !



लंदन।। अगर आप भी मानते हैं कि मर्द हर सातवें सेकेंड में सेक्स के बारे में सोचते हैं, तो आपको अपनी इस धारणा को बदलना पड़ेगा



ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के एक नए अध्ययन में यह सारी बातें गलत करार दी हैं जो मर्दों के हर सातवें सेकंड में सेक्स के बारे में सोचने से जुड़ी थीं।

शोधकर्ताओं के अनुसार, यह धारणा पूरी तरह से गलत है। हालांकि अध्ययन में यह भी कहा गया है कि पुरुष सेक्स पर महिलाओं से अधिक ध्यान देते हैं। अध्ययन के अनुसार, महिलाएं सेक्स से अधिक खाने के बारे में सोचती हैं।






एक्सप्रेस' के अनुसार, इन शोधकर्ताओं ने युवकों और युवतियों पर किए अपने अध्ययन में पाया कि पुरुष दिन में औसतन 19 बार सेक्स के बारे में सोचते हैं, जो हर 50 मिनट में एक बार सोचने के बराबर है। दूसरी तरफ महिलाएं दिन में सिर्फ 10 बार सेक्स के बारे में सोचती हैं और लगभग 15 बार वे खाने के बारे में सोचती हैं









सेक्स करने का सही वक्त RIGHT TIME TO HAVE SEX WITH PARTNER

 सेक्स करने का सही वक्त  
 RIGHT TIME TO HAVE SEX WITH PARTNER
नई दिल्ली: अक्सर हम अपने समाज में देखते हैं कि लोग सेक्स पर बात करने से कतराते हैं. लेकिन यह सच है कि सुखद जीवन के लिए सुखद सेक्स लाइफ का होना बेहद ही जरूरी है


सेक्स भी आम जीवन में उसी तरह से जरूरी है जिस तरह से सोना, खाना और दैनिक कार्य करना. हमारे समाज में कई परिवार ऐसे हैं जिनका वैवाहिक जीवन इस वजह से नर्क हो गया क्योंकि उनकी सेक्स लाइफ सही नहीं चल रही थी.




इसका सबसे बड़ा कारण है कि हमे सेक्स की बॉयोलोजिकल जानकारी बेहद कम होती है. हम में से कई लोग यह नहीं जानते हैं कि सेक्स करने का सही वक्त क्या है?



हाल ही में अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि पुरूष सुबह के वक्त सेक्स करने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते हैं जबकि इसके उलट महिलाओं का मिजाज रात में रोमांटिक ज्यादा होता है

रिसर्चर्स के मुताबिक यह सब हॉर्मोन्स की वजह से होता है. रात को महिलाएं जब ज्यादा रोमांटिक होती हैं तब पुरुष या तो सो जाता है या फिर उतना दिलचस्पी नहीं दिखाता जितना दिखाना चाहिए.





यही हाल सुबह में महिलाओं का होता है. उस वक्त पुरूष ज्यादा रोमांटिक होता है जबकि महिलाएं नहीं. रिसर्चर्स के मुताबिक सूबह 5 से 7 के बीच पुरूषों में टेस्टेस्टेरोन का लेवल हाई होता जिस वजह से पुरूष का मन उस वक्त सेक्स के लिए ज्यादा चंचल होता है.










सुबह के वक्त पुरुषों में बाकी घंटों के मुकाबले सेक्स हॉर्मोन 25 से 50 फीसदी अधिक बनते हैं. महिलाओं में भी टेस्टेस्टेरोन ही बनता है, लेकिन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के कारण बैलेंस में रहता है. महिलाओं में इसका लेवल रात के समय बढ़ता है जिस वजह से उन्हें रात के समय सेक्स करना ज्यादा भाता है.




रिसर्च में यह बात भी सामने आई है कि पुरुष जितना ज्यादा गहरी नींद लेते हैं उनमें टेस्टेस्टेरोन की मात्रा उतना ही अधिक बनता है. अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के इस रिसर्च के अनुसार 5 घंटे से ज्यादा सोने पर पुरुषों में टेस्टेस्टेरोन की मात्रा 15 फीसदी बढ़ सकती है.

 



रिसर्च के मुताबिक सोकर उठने पर पुरुषों में सेक्स की चाह ज्यादा होती है जबकि इसके उलट महिलाओं में बेहद ही कम. रिसर्च में यह बात भी सामने आई है कि शाम के 6 बजे के बाद पुरुषों में टेस्टेस्टेरोन की मात्रा गिरने लगती है जबकि महिलाओं में सेक्स हॉर्मोन्स बढ़ने लगते हैं.



शाम के बाद से महिलाओं में 30 प्रतिशत ज्यादा सेक्स की चाह बढ़ जाती है. सबसे गौर करने वाली बात जो इस रिसर्च में सामने आई है वह यह है कि ऑफिस में काम की टेंशन की वजह से पुरुषों में टेस्टेस्टेरोन की मात्रा घट जाती है वहीं खेल में पसंदीदा टीम के जीत के बाद टेस्टेस्टेरोन 20 फीसदी तक बढ़ जाते हैं.





What man think during Kiss - Honeymoon

What man think during Kiss - Honeymoon

Husband Wife thinking during sex, kiss on honeymoon

पुरूष जब चुंबन में लीन रहते हुए सोचते हैं कि, अब देर न करते हुए जल्दी से बिस्तर पर कामक्रिया की शुरूआत हो। इसी वजह से चुंबन लेते समय वे अपने साथी के हर उत्तेजित कर देने वाले अंगों को स्पर्श करते है, जिससे वो संभोग के लिए तैयार हो सके



चुंबन संभोग की शुरूआत होती है के दौरान पुरूष के मन में हमेशा चलता रहता है, कि इसके बाद वे संभोग जरूर करेंगे। कई बार चुंबन को वो सिर्फ एक फॉर्मेलिटी के रूप में लेते हैं। यही कारण है कि पुरूष ज्यादा देर तक चुंबन नहीं ले पाते हैं



चुंबन करने के कई तरीके होते हैं, लेकिन पुरूष जब चुंबन करने की शुरूआत करते समय बिल्कुल नहीं सोचते हैं कि उनकी पार्टनर उस समय कैसा महसूस कर रही है। पुरूष को केवल अपने आनंद की फिक्र होता है। वे अपने साथी की सहजता का ख्याल नहीं रखते



अपने स्वभाव से पुरूष यह साबित करने चाहता है कि वो अपनी पार्टनर को सबसे अधिक प्रेम करते हैं। उनके मन में यह बात होता है कि वह कैसे भी इस बात का अहसास दिला दें कि उनके साथ जो पुरूष है वह तन-मन और धन से हमेशा उसके साथ रहेगा। इस वजह से लिप किस से पहले और बाद में पुरूष अपने साथी के माथे को किस करते हैं

होठों को चूमने के दौरान पुरूष स्त्री की सुंदरता को लेकर भी बहुत कुछ सोचता है। इसी वजह से पुरूष अपनी पार्टनर को यह जताने का प्रयास करता है कि उसकी पार्टनर से सुंदर तो कोई हो ही नहीं सकती। इसलिए वह उसके सभी अंगों को चूमता है


यौन क्रिया के बाद क्‍या चाहती हैं महिलाएं Desires of Women/Female Partner after Sex - Honeymoon

 यौन क्रिया के बाद क्‍या चाहती हैं महिलाएं 

Desires of Women/Female Partner after Sex - Honeymoon

आमतौर पर पुरुष संभोग के तुरंत बाद या तो सो जाते है, या फिर अपनी पार्टनर से दूर बैठ जाते हैं। ऐसा करने पर कई बार पार्टनर का मूड खराब भी हो जाता है। क्‍या आपके साथ भी ऐसा होता है? क्‍या आपकी पार्टनर भी प्‍यार की चरम सीमा तक पहुंचने के बाद रूठ जाती है। शायद इसमें आपकी भी गलती हो सकती है, क्‍योंकि महिलाएं यौन क्रिया के बाद भी आपका प्‍यार चाहती हैं।






कुछ बातें हम आपको बताएंगे, जिनका पालन कर आप अपने और अपनी पार्टनर के बीच सकारात्‍मक फर्क जरूर महसूस करेंगे।

1. सेक्‍स के तुरंत बाद कभी सोयें नहीं। इससे महिला को लगता है कि आप सिर्फ मतलब से उसके करीब आते हैं।

2. संभोग के बाद आप अपनी पार्टनर के साथ स्‍पून फिटिंग पोज़ीशन में लेट जायें जैसे दो चम्‍मच एक दूसरे में फिट हो जाते हैं। और अपने हाथों से हलके-हलके स्‍पर्श करते हुए प्‍यार की बाते करें। इससे महिला अपने आपको सुरक्षित महसूस करती है।

3. प्‍यार की चरम सीमा तक पहुंचने के बाद भी महिलाएं अपने पार्टनर से बातें करना पसंद करती हैं। ऐसे में यदि आप मीठा सा चुंबन लेंगे, तो उन्‍हें अच्‍छा लगेगा।

4. यदि आप खासतौर से अपनी पार्टनर के मन की बात जानना चाहते हैं कि वे सेक्‍स के बाद क्‍या चाहती है, तो स्‍पून फिटिंग पोज़ीशन में उनसे पूछें कि उन्‍हें कैसा लग रहा है। वो खुद ब खुद अपनी इच्‍छाएं बयान कर देंगी। उनकी इच्‍छाओं को पूरा करके आप अपने प्‍यार भरे जीवन में खुशियां दुगनी कर सकते हैं।
5. संभोग के बाद आप अपनी पार्टनर से पूछें कि उन्‍हें कैसा लगा, कौन सी यौन क्रिया में उन्‍हें सबसे ज्‍यादा आनंद आया, प्‍यार के वक्‍त उन्‍हें क्‍या चीज़ सबसे अच्‍छी लगी, आदि। उन बातों को अगली बार आज़माकर आप अपनी पार्टनर के और ज्‍यादा करीब जा सकते हैं।

6. ऐसा बहुत कम होता है कि महिला दोबारा संभोग के लिए कहे। महिलाएं कभी भी प्‍यार के बाद आराम नहीं चाहती, जबकि अधिकांश पुरुष इस क्रिया के बाद सोना पसंद करते हैं। यदि आपकी पार्टनर दोबारा संभोग के लिए कहे, तो मना मत करिये, क्‍योंकि ऐसा चांस जल्‍दी नहीं आता



Monday, April 13, 2015

Eating these things will improve sex power "सेक्स पावर"

इन चीजों को खाने से बढ़ेगी "सेक्स पावर" 
Eating these things will improve sex power


सेक्स क्षमता बढ़ाने के बहुत से उपाय हैं , यहाँ हम कुछ आयुर्वेदिक सम्बन्धी सेक्स क्षमता बढ़ाने की जानकारी दे रहे हैं 
दुनियाभर में इन वस्तुओं पर इतने प्रयोग हो चुके हैं कि ये भी सामने आया है कि यह आपकी सेक्स क्षमता को भी कई गुना बढ़ा सकती हैं। यहां हम आपको ऎसी ही गुणकारी चीजों के बारे में बता रहे हैं, जो आपके संबंधों और जिन्दगी को और बेहतर बनाने में काम आ सकती हैं।

अदरक
अदरक का सेवन करने से सेक्स के दौरान उत्तेजना में बढ़ोतरी होती है। रात में डिनर के वक्त इसे खाया जाए या फिर अदरक वाली चाय का सेवन किया जाना चाहिए। इसके सेवन से दिल की धड़कन बढ़ती है, खून का प्रवाह तेज होता है जिससे उत्तेजना बढ़ती है।

इलायची
इंडियन मसाले में कीमती इलायची के इस्तेमाल कामेच्छा को उत्तेजित करता है। इलायची की जगह आप इलायची वाली चाय का सेवन भी कर सकते हैं

मीठी तुलसी
भारत में प्राचिनतम समय से ही तुलसी का इस्तेमाल ही कामलोलुपता की औषधी के रूप में किया जा रहा है। इटली के कुछ भागों में तुलसी का पेड़ प्यार की निशानी माना जाता है। इसका सेवन करना चाहिए और इसे आसापास होने पर हार्मोन्स सक्रीय होते हैं।

कद्दू के बीज
जिन लोगों को को कस्तूरी पसंद नहीं होती, उनके लिए कद्दू के बीज उत्तेजना बढ़ाने का काम करते हैं। कस्तूरी की तरह ही कद्दू के बीज में भी जिंक की काफी मात्रा होती है। इसमें ढ़ेर सारे विटामिन और खनीज ऎसे होते हैं जो कि पुरूष टेस्टास्टारेन प्रजनन का काम करते हैं जिससे उत्तेजना बढ़ती है। इन बीजों को भूनकर स्नैक्स के तौर पर या सलाद के रूप में खाया जाए।

लहसुन
लहसुन में एलीकीन होता है जो कि सेक्सी भागों में खून के प्रवाह को बढ़ाता है। कामेच्छा बढ़ाने के लिए लहसुन के कैप्सूल का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

मिर्च
खाने में मिर्च की मात्रा लेने पर खून में प्रवाह बढ़ा है। मिर्च की वजह से बढ़े खून का प्रवाह लोगों के मूड को बनाने में काम आता है। मिर्च की वजह से एंडोरफीन रीलिज होता है जिससे अच्छा महसूस होता है।

हरा सागहरे साग में विटामिन बी की काफी मात्रा पाई जाती है। हरा साग शरीर में हिस्टामाइन लेवल को बढ़ाता है। हरे साग में मुख्य तौर पर शतावरी का ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। हिस्टामाइन लेवल की वजह से शरीर में उत्तेजना बढ़ती है।





How To Sex Timing सेक्स के लिए चुनें सबसे सही समय

How To Sex Timing सेक्स के लिए चुनें सबसे सही समय



यूं तो प्यार जताने और करने के लिए कोई एक वक्त तय नहीं है। फिर भी अगर आप सेक्स लाइफ को ज्यादा एक्साइटिंग बनाना चाहते हैं, तो फिर समय का चयन करें। ऐसा नहीं होना चाहिए कि आप हमेशा सोने से पहले सेक्स करें और फिर सो जाएं। सेक्स कोई दफ्तर की नौकरी नहीं है, यह जीवन के चरम सुख के पल हैं। इसलिए करें सेक्स ऐसे समय में कि उसकी खुशी और प्यार की खुशबू देर तक रखे आपको तरो-ताजा।


 


आधी रात को करें सेक्स
सोचिए जब एक नींद लेकर आप अचानक से उठें और उस समय पार्टनर को बाहों में कस लें, वह वक्त कैसा होगा। यदि आज तक आपने कभी आधी रात को सेक्स नहीं किया तो फिर आज ही ऐसा करें। रात के सन्नाटे में घर के सब लोग जब सो रहे हों, ऐसे में आपके कमरे में दोनों एक-दूसरे की बांहों में लिपटे रहेंगे। हल्की मद्धम रोशनी में आप दोनों सब कुछ भूलकर एक-दूसरे में खो जाएंगे।

सुबह हो जाएं शुरू
आजकल अक्सर रात को पार्टनर देर से घर लौटते हैं। थके रहते हैं और आते ही सो जाते हैं। फिर इंतजार किसका कर रहे हैं, बस सुबह की पहली अंगड़ाई के साथ उठें और हो जाएं शुरू। इससे पहले कि दूधवाला, और न्यूजपेपर आ जाए आप दोनों प्यार के कुछ पल इस दौरान चुरा लें, उसे शिद्दत के साथ जी लें।

वीकेंड को बनाएं स्टीमी
हफ्ते के दिन तो बस यूं ही निकल जाते हैं। दोनों एक-दूसरे के लिए ज्यादा वक्त नहीं निकाल पाते। फिर इस वीकेंड को थोड़ा स्टीमी बनाएं। बेडरूम ऐसा हो कि बस वहां एक-दूसरे को थामने के बाद दिन-रात का होश ही न रहे। इसके लिए थोड़ी तैयारी करनी होगी। बेडरूम को दें थोड़ा सेक्सी लुक। अपनी सबसे झीनी पारदर्शी नाइटी निकाल कर रख लें। उसे पहनकर गीली लटों के साथ उन्हें देखें कुछ इस अदा से कि फिर बस वो बेकाबू ही हो जाएं। ध्यान रहे कि वीकेंड में जब आप सेक्स कर रहें हों, तो फिर आपके लिए यह टू मिनट नूडल्स न हो बल्कि मुगलई अंदाज में हो। मतलब सब कुछ बहुत आराम से धीरे-धीरे, पूरा वक्त देकर करें।

पीरियड्स के पहले
अब बस पीरियड्स की डेट आने वाली है और फिर उन पांच दिनों में आप कुछ भी नहीं कर सकेंगी। इसलिए उससे पहले करें सेक्स। यह इतना रोमांटिक और प्यार की गहराईयों से भरा हो कि पार्टनर की संतुष्टि का कोई ठिकाना ही न रहे। इस दौरान आप चाहें तो वाइल्ड भी हो सकते हैं, लेकिन वाइल्ड का मतलब हिंसक होना नहीं होता है।

वर्कआउट के बाद
यदि आप औऱ पार्टनर दोनों वर्कआउट के लिए जिम जा रहे हैं, तो फिर वर्कआउट के बाद करें सेक्स। हो सकता है दोनों पसीने से लथपथ हों। इस समय सेक्स करते हुए आप जितनी एनर्जी महसूस करेंगे, वह कभी और कर सकना मुश्किल है।

वकेशन में सेक्स
यदि आप प्यार के उन पलों को पूरी शिद्दत से जीने के लिए बेताब हैं, तो फिर देखिए अगली छुट्टी कब की है। छुट्टी के उन दिनों में अपने शहर से निकल पास के टूरिस्ट स्पॉट जाएं। प्रकृति के सानिध्य में किसी नदी या झील किनारे, झरने में या फिर पहाड़ के किसी कोने-अंतरे में आप प्यार के उन पलों को जी सकते हैं। शाम के झिटपुट अंधेरे या चांद के तले समंदर किनारे प्यार के पल से बेहतर कुछ और नहीं हो सकता है।


Sex Health Blog सेक्स के लिए जल्दी राजी हो जाती हैं ऐसी लड़कियां: सर्वे

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आजकल ऑनलाइन डेटिंग का चलन खूब चल रहा है। एक नई रिसर्च में ये पाया गया है कि ऑनलाइन डेटिंग के चलन के चलते ये लोग सेक्सटिंग भी आराम से करते हैं

प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा कपल्स पर 2013 में की गई एक रिसर्च के मुताबिक, जो इंटरनेट के जरिए प्यार में पड़ते हैं वे मोबाइल पर अपने रिलेशनशिप को स्पाइसी बनाने के लिए सेक्सी फोटो, वीडियो एक-दूसरे को भेजते हैं, खासतौर पर ऐसे लोग जो डेटिंग साइट्स का इस्तेमाल नहीं करते


स्टडी के मुताबिक, 55 फीसदी लोगों के मोबाइल पर उत्तेजक तस्वीरें आती है, 31 फीसदी लोग ऐसी तस्वीरें भेजते हैं और 9 फीसदी उत्तेजक तस्वीरों को बाकियों से शेयर करते हैं।

इस रिसर्च में 18 से 24 की उम्र के 2,253 उन व्यस्कों को लिया गया जिनके पास मोबाइल फोन है और तस्वीरें शेयर करते हैं।

रिसर्च में ये भी पाया गया कि रिले्रानशिप में पड़ने वाले 9 फीसदी लोग सेक्सी चीजें भेजते हैं। बजाय उन 10 फीसदी के जो रिलेशनशिप में नहीं हैं।

वहीं जो लोग रिलेशनशिप में है 18 फीसदी व्यस्क सेक्सी चीजों को मोबाइल पर रिसीव करते हैं और 2 फीसदी उसे फॉरवर्ड कर देते हैँ